नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ही हत्या की प्लानिंग के मामले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मुहम्मद नदीम की गिरफ्तारी के बाद कई खुलासे हुए हैं। महज दसवीं पास मोहम्मद नदीम बेहद हाई टेक आतंकी है। नदीम पाकिस्तान बैठे अपने आकाओं से एक एप्लीकेशन के जरिये बात करता और संपर्क में रहता था, खास बात ये है कि ये ऍप्लिकेशन इसने खुद बनाई थी। नदीम को तहरीक-ए-तालिबान (पाकिस्तान) ने 100 लोगों को फिदायीन हमले की ट्रेनिंग देने का टास्क दिया था। जानकारी के मुताबिक 30 लोगों की टीम नदीम के संपर्क में थी, जिनके लिए इसने वर्चुअल नम्बर बनाए थे। इन 30 लोगों को छोटे-छोटे वीडियो बनाकर फिदायीन हमले की ट्रेनिंग दी जा रही थी और इस कोर्स को नाम था फिदाय। नदीम को यूपी और उत्तराखंड में विशेष तौर पर रिक्रूटमेंट का जिम्मा दिया गया था। इसके मोबाइल से कुछ लोगों के प्रोफाइल डिटेल भी मिले हैं जिन्हें रिक्रूट करने के लिए TTP के सैफुल्ला से बात कर रहा है। यूपी ATS ने जैश और तहरीक-ए-तालिबान से जुड़े जिस संदीग्ध मोहम्मद नदीम को शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। वो सहारनपुर के गांव कुंडा कलां का रहने वाला है।
नदीम के भाई के फोन से मिले थे वीडियो :
दरअसल, ये नदीम का ननिहाल है जहां से बचपन से अपने मां बाप के साथ रह रहा था। नदीम के 4 और भाई हैं जिनमे से एक देहरादून रह रहा है। पुलिस ने नदीम के साथ उसके भाई तैमूर को भी हिरासत में लिया था जिसे छोड़ दिया है। यूपी ATS ने करीब 6 दिन पहले उसे घर से ही गिरफ्तार किया, उसके मोबाइल से फिदायीन हमले की ट्रेनिंग से जुड़े कुछ वीडियो, नूपुर शर्मा की फोटो, 30 से ज्यादा वर्चुअल नम्बर की जानकारी मिली है। ये नम्बर नदीम ने पाकिस्तान में बैठे तहरीक-ए-तालिबान से जुड़े अपने कमांडर के कहने पर बनाए थे और उन्हें अपने अलग-अलग शहरों में रह रहे स्लीपर सेल को दिया था। उन्हें इन्ही वर्चुअल नम्बर के जरिए नदीम फिदायीन हमले की ट्रेनिंग दे रहा था।
सरकारी भवन और पुलिस परिसर पर हमले की थी तैयारी :
पूछताछ में नदीम ने बताया कि उसे जैश की ओर से बीजेपी से निलंबित नूपुर शर्मा की हत्या का टास्क दिया गया था। इसके साथ ही सरकारी भवन और पुलिस परिसर पर हमले की तैयारी में था। आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के जैश-ए-मुहम्मद और टीटीपी के आतंकियों से जुड़ा था।