कोलकाता/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। पश्चिम बंगाल में ममता सरकार में कानून मंत्री मलय घटक के छह ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की है। यह छापेमारी कोयला आवंटन घोटाले में की गई है। जानकारी मिल रही है कि केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों ने मलय घटक के घर को चारों ओर से घेर रखा है। सीबीआई कोलकाता और आसनसोल समेत करीब छह जगहों पर छापेमारी कर रही है, जिसमें मलय घटक के भाई अभिजीत घटक का ठिकाना भी शामिल है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच के सिलसिले में मलय घटक से पूछताछ कर चुकी है। मलय घटक आसनसोल उत्तर सीट से विधायक हैं। दोनों जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या घटक की कोयला घोटाले में कोई भूमिका थी। ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग और सीबीआई आपराधिक पहलू की जांच कर रही है। आरोप है कि आसनसोल के पास कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स की पट्टे पर दी गई खानों से कोयले का अवैध खनन किया गया था।
कोयला तस्करी मामले में जांच कर रही है CBI :
पश्चिम बंगाल में कोयला तस्करी मामले की जांच सीबीआई और ईडी दोनों एजेंसियां कर रही हैं। बंगाल के पश्चिमी हिस्सों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड कई खदानें चलाती है। आरोप है कि एक रैकेट के दौरान कई सालों से अवैध रूप से खनन किए गए कोयले को काला बाजार में बेच दिया गया। इस मामले में केंद्रीय एजेंसियां अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रूजिरा बनर्जी से भी पूछताछ कर चुकी हैं। ईडी ने दावा किया था कि टीएमसी सांसद बनर्जी इस अवैध कारोबार से मिले पैसे के लाभार्थी हैं। हालांकि बनर्जी ने इन सभी आरोपों से इनकार किया था।
छापेमारी को लेकर बीजेपी पर हमलावर टीएमसी :
गौरतलब है कि राज्य में लगातार ईडी और सीबीआई की छापेमारी को लेकर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर है। टीएमसी का दावा है कि साल 2021 के विधानसभा चुनावों में बंगाल की जनता ने बीजेपी को खारिज कर दिया। इसके बाद केंद्र सरकार की ओर से लगातार केंद्रीय एजेंसियों का राजनीतिक रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है।