करनाल/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। पैरोल पर 40 दिनों के लिए बाहर आए रेप और हत्या के दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम इस समय अपने बागपत आश्रम में रह रहे हैं। बुधवार को राम रहीम ने बागपत आश्रम से ही ऑनलाइन सत्संग किया। इस सत्संग में हरियाणा के करनाल के मेयर के साथ ही बीजेपी के कई नेता शामिल हुए। सत्संग में बीजेपी के बड़े नेता भी शामिल हुए। इनमें नगर निगम मेयर रेणु बाला गुप्ता, जिला अध्यक्ष योगेंद्र राणा, डिप्टी मेयर नवीन कुमार और सीनियर डिप्टी मेयर राजेश अग्गी के नाम शामिल हैं।

बलात्कार और हत्या के आरोप में 20 साल की जेल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को 2017 में दोषी ठहराया गया था। उसको उनके परिवार द्वारा दायर एक आवेदन के बाद पिछले सप्ताह 40 दिन की पैरोल दी गई है। इससे पहले डेरा प्रमुख जून में एक महीने की पैरोल पर जेल से बाहर आया था। इससे पहले उसे फरवरी में तीन सप्ताह की छुट्टी दी गई थी।

मेयर ने राम रहीम को कहा ‘पिताजी’ :
इस सत्संग में ऑनलाइन जुडी नगर निगम मेयर रेणु बाला गुप्ता का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि रेणु बाला ने सत्संग के दौरान वीडियो कॉल पर डेरा प्रमुख से बात की और उनका आशीर्वाद लेते हुए उन्हें पिताजी भी कहा, इतनी ही नहीं मेयर ने राम रहीम से करनाल आकर एक विशेष सफाई अभियान शुरू करने का अनुरोध किया है।

पंचायत चुनाव को प्रभावित करने के लिए दी गई पैरोल :
विपक्ष ने राम रहीम के कार्यक्रम में बीजेपी नेताओं के भाग लेने पर उस पर हमला किया। विपक्ष ने आरोप लगाया कि प्रभावशाली आध्यात्मिक नेता को हरियाणा में अगले महीने होने वाले उपचुनाव और पंचायत चुनावों को प्रभावित करने के लिए पैरोल दी गई है। जिस पर डिप्टी मेयर नवीन कुमार ने कहा कि, मुझे ‘साध संगत’ की ओर से सत्संग में आमंत्रित किया गया था। ऑनलाइन सत्संग यूपी से किया गया था। मेरे वार्ड में कई लोग बाबा से जुड़े हुए हैं। हम सामाजिक संबंध के जरिए कार्यक्रम में पहुंचे। इसका आगामी उपचुनाव और भारतीय जनता पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।

3 नवंबर को होने हैं उपचुनाव :
बता दें कि हरियाणा की आदमपुर विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है। राज्य के 9 जिलों में 9 और 12 नवंबर को पंचायत चुनाव भी होंगे। रेप और हत्या के मामले में राम रहीम को अगस्त 2017 में पंचकुला में एक विशेष सीबीआई अदालत ने दोषी ठहराया था। इस पर राज्य में उसके समर्थकों ने हंगामा किया था। इसको लेकर हुई हिंसा में 30 से अधिक लोग मारे गए थे और करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ था।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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